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*पोदार इंटरनेशनल स्कूल में फायर सेफ्टी मॉक ड्रिल संपन्न*

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*पोदार इंटरनेशनल स्कूल में फायर सेफ्टी मॉक ड्रिल संपन्न*


खण्डवा//पोदार इंटरनेशनल स्कूल, खंडवा में बुधवार को अग्नि सुरक्षा और आपातकालीन स्थिति से निपटने की जागरूकता के उद्देश्य से फायर सेफ्टी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में नर्सरी से कक्षा 10वीं तक के लगभग 450 विद्यार्थी तथा 50 से अधिक शिक्षक एवं स्कूल स्टाफ ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

*आपातकालीन स्थिति का अभ्यास*
ड्रिल के दौरान एक काल्पनिक फायर एमरजेंसी सिचुएशन तैयार की गई। बच्चों को उनकी कक्षाओं से शांतिपूर्वक और अनुशासित ढंग से असेंबली प्वाइंट पर एकत्र किया गया। इससे विद्यार्थियों को आपदा के समय तुरंत प्रतिक्रिया देने, सतर्क रहने और सुरक्षित स्थान तक पहुंचने की प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से समझाया गया।

*अग्नि के प्रकारों की जानकारी*
सहायक अग्निशमन अधिकारी श्री कार्तिक जैन के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को अग्नि के विभिन्न वर्गों की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि Class A आग सामान्य ठोस पदार्थों (जैसे कागज, लकड़ी, कपड़ा) से होती है। Class B आग ज्वलनशील तरल पदार्थों (जैसे पेट्रोल, डीज़ल) से उत्पन्न होती है। Class C आग गैसों (जैसे एलपीजी, सीएनजी) से, Class D आग धातुओं से और Class K (या F) आग रसोई के तेल या घी आदि से लगती है।

*अग्नि बुझाने की तकनीकें*
विद्यार्थियों को आग लगने की स्थिति में व्यवहार करने की कुछ मूलभूत तकनीकें बताई गईं, जैसे कि यदि शरीर पर आग लग जाए तो “रुकिए, ज़मीन पर गिरिए और लुड़किए” (Stop, Drop and Roll)। इसके अलावा, अग्निशमन यंत्र को चलाने की प्रक्रिया भी समझाई गई — पिन निकालना, आग की जड़ पर निशाना लगाना, हैंडल दबाना और दाईं-बाईं ओर स्प्रे करना।

*अग्निशमन उपकरणों की जानकारी*
प्रशिक्षण के दौरान बच्चों और स्टाफ को विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंग्विशर के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि पानी आधारित यंत्र केवल सामान्य आग के लिए उपयोगी होते हैं, जबकि फोम, CO₂, ड्राई पाउडर और वेट केमिकल आधारित यंत्र विभिन्न प्रकार की आग बुझाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। सभी उपकरणों को(मौके पर) चलाकर भी दिखाया गया।

*सुरक्षा के प्रति जागरूकता*
इस मॉक ड्रिल के माध्यम से न केवल विद्यार्थियों को आपदा से निपटने की व्यावहारिक जानकारी मिली, बल्कि उन्होंने सुरक्षित व्यवहार और जिम्मेदारी से प्रतिक्रिया देने की समझ भी विकसित की। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों ने सुरक्षा के प्रति सजग रहने और संकट के समय शांत व संयमित रहने का संकल्प लिया।

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